"हाँ हम किसान है मगर हम आतंकवादी नहीं " आंदोलनमें अभिनेत्री कंगना रनौत पुतला फूंका -किसान परिवार सारे भारतमें करेंगे कंगना रनौतकी फिल्मोंका बहिष्कार
यवतमाल -४ फरवरी २०२१
अपनी विकृत मानसिकता प्रदर्शन करते हुये दररोज विवादित बयान देनेवाली भाजपाकी अघोषित प्रवक्ता अभिनेत्री कंगना रनौत के सारे किसान आतंकवादी है इस विवादित बयानसे आहात हुये सैकड़ो किसान विधवा और किसानोंने आज किसान आत्महत्या की वजहसे सारी दुनिया कुप्रसिद्ध यवतमाल जिल्हे के पांढरकवड़ा गावमे "हाँ हम किसान है मगर हम आतंकवादी नहीं " प्रदर्शनमें अभिनेत्री कंगना रनौत पुतला फूंका और किसान परिवार सारे भारतमें करेंगे कंगना रनौतकी फिल्मोंका बहिष्कार करेंगे ऐसी घोषणा इस वक्त की गयी ,आज आन्दोलनमे शामिल सारे किसान और किसान विधवा २६ जनवरी गणतंत्र दिवस किसान परेडमे शामिल थे और आज वह भोत क्रोधित है ऐसी जानकारी किसान आंदोलन जुड़े किसान कार्यकर्ता किशोर तिवारी इन्होने दी।
इस आंदोलन नेतृत्व , सामजिक सेविका स्मिता तिवारी ,किसान विधवा भारती पवार पूर्णिमा कोपुलवार कविता सिडाम लक्ष्मी गंदेवार रमा ठमके वन्दना मोहुर्ले ,रेखा गुरनले ,अपर्णा मालिकार ,योगिता चौधरी और किसानोंका नेतृत्व माजी नगराध्यक्ष अनिल तिवारी ,अंकित नैताम , सुनिलभाउ राउत ,सुरेश तलमले ,नीलेश जैस्वाल , मनोज चव्हाण , संदीप जाजुलवार , चन्दन जैनेकर ,प्रदीप कोसरे ,बबलू धुर्वे ,आशुतोष अम्बादे ने किया।
इस वक्त किसान विधवा भारती पवारने कहा हमने हमारे आँख पुलिस और अर्धसैनिक दलोंका दमन और जुलुम देखा। निहत्ते किसानोंको बेरहमीसे मरते देखा। अब किसान कानून वापसी कर ही वापस लौटेंगे।
किसान विधवा कविता सीड़ामने कहा की हम सारी आदीवासी किसान महीला कंगना रनोट के बयानसे बहोत पीड़ित हुई आज विदर्भमे हजारो किसानोंने आत्मघात किया है , मैंने अपनी २३ सालकी उमरमें कर्जसे परेशान होकर मेरा पति खोया है क्या हम आंतकवादी है यह तो हमारे पतिके बलिदानका उपमान है , दूसरे महीला संसार उजाड़नेवाली कंगनाजी अब सब फिल्मोंका हम बहिष्कार करेंगे।
अगले ६ फरवरी सारा भारत जक्काजाम शामिल हो रहा है। जनता १२ से ३ बजेतक प्रवास ना करे ऐसी विनती किशोर तिवारीने इस वक्त की है।
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