केरलमें गर्भवती हथिनीके आक्रोश करने वाली मेनका गाँधी सेकड़ो किसानोंकी हत्तियो द्वारा मारने पर और कोरोना लॉकडाउन सुल्तानपुर संसदीय क्षेत्र श्रमिको हजारो किलोमीटर पैदल चलनेसे मौतपर केन्द्रको सवाल करे -किशोर तिवारी
दिनांक - ५ जुन २०२०
एक गर्भवती हाथी की केरलमें दुखद मौत आज जिस प्रकार महाराष्ट्रमें नरभक्षक अवनि बाघिनकी मौत राजनीती करनेवाली उत्तर प्रदेश की सुल्तानपुर से सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधीने केरल के मलप्पुरम में गर्भवती हथिनी के मारे जाने पर वायनाड से सांसद राहुल गांधी पर सवाल उठानेको किसान और इन्सानकी मौत पर चुप रहना और एक हाथी को मार दिया जा रहा है क्योंकि उसने विस्फोटकों से लदी अनानास खाकर दुर्खटनामे मरनेपर राजनीती करना दुर्भाग्यपुर्ण है इसप्रकारकी प्रतिक्रिया महाराष्ट्र सरकारने किसान मिशनके अध्यक्ष किशोर तिवारी दी है।
केरला दूनियामें हत्तीको सरक्षण देना वाला राज्य है जबकी भारतमे हर साल एक १०० हाथियों को अवैध रूप से मार दिया जाता है, ६०० मनुष्यों को हाथियों द्वारा मार दिया जाता है और इसका हल खोजने की बहुत कम कोशिश की जाती है मात्र इसपर पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधीने भाजपके ६ सालोमे मौनरखा है आज गर्भवती हत्तीन मौतपर सारे वन्यप्राणी प्रेमीको झकझोर कर रख दिया और यह चिंता वैधभी है लेकिन ऐसी राजनीतीभी समान रूप से दुखद है जिसमें एक घटना को गलत तरीके से सांप्रदायिक रूप देने का प्रयास किया गया है जो केवल गहरे मनुष्य के पशु संघर्ष को दर्शाता है यह सब टाला जा सकता है।
किशोर तिवारीने मेनका गाँधीको सेकड़ो किसानोंकी हत्तियो द्वारा मारने पर और कोरोना लॉकडाउन सुल्तानपुर संसदीय क्षेत्र श्रमिको हजारो किलोमीटर पैदल चलनेसे मौतपर केन्द्रको सवाल न करेने आलोचनाकी है
सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने केरल के मलप्पुरम में गर्भवती हथिनी के मारे जाने पर वायनाड से सांसद राहुल गांधी पर सवाल उठाए हैं। मेनका ने कहा कि राहुल ने खुद वायनाड सीट चुनी थी और आराम से जीत कर आए। अब जब खुद चुना है तो बजाए ये कि वे पूरे देश को ठीक करें, पहले अपने क्षेत्र को ठीक करें। मेनका ने घटना को लेकर कहा कि वन सचिव को हटा दिया जाना चाहिए। वन्यजीव संरक्षण के लिए नियुक्त मंत्री को भी इस्तीफा दे देना चाहिए। राहुल गांधी उस क्षेत्र से हैं, उन्होंने कार्रवाई के लिए पहल क्यों नहीं की? मेनका ने एक ट्वीट के साथ डॉक्यूमेंट्स भी अटैच किए। जिसमें उन्होंने करीब 600 हाथियों के मारे जाने का जिक्र किया है।
यह है मामला
केरल के मलप्पुरम में एक गर्भवती हथिनी की पानी में खड़े-खड़े मौत हो गई थी। मामला संज्ञान में तब आया, जब केरल के एक अधिकारी ने इस मामले की जानकारी सोशल मीडिया पर पोस्ट की। भूखी गर्भवती हथिनी खाने की तलाश में जंगल से भटक कर रिहायशी इलाके में पहुंच गई थी। हथिनी सड़क पर टहल रही थी, तभी किसी ने उसे पटाखे से भरा अनानास खिला दिया था, जिससे उसका मुंह फट गया था।
केरल के मलप्पुरम में एक गर्भवती हथिनी की पानी में खड़े-खड़े मौत हो गई थी। मामला संज्ञान में तब आया, जब केरल के एक अधिकारी ने इस मामले की जानकारी सोशल मीडिया पर पोस्ट की। भूखी गर्भवती हथिनी खाने की तलाश में जंगल से भटक कर रिहायशी इलाके में पहुंच गई थी। हथिनी सड़क पर टहल रही थी, तभी किसी ने उसे पटाखे से भरा अनानास खिला दिया था, जिससे उसका मुंह फट गया था।
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